
नागपुर :- नेपाल की एक युवती के साथ उत्तरप्रदेश के लखनऊ में बलात्कार की घटना सामने आई है. यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं होने के कारण पीड़िता ने नागपुर के कोराड़ी थाने में शिकायत दर्ज करवाई. आरोपी युवक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताया जा रहा है. पुलिस ने इंजीनियर युवक के अलावा उसकी मुंह बोली बहन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. आरोपियों में लखनऊ निवासी प्रवीण जयपाल यादव (25) और सूफी विश्वकर्मा (28) का समावेश है. 22 वर्षीय पीड़िता नेपाल की रहने वाली है. वर्ष 2018 में काम की तलाश में वह दिल्ली आई. नोएडा की एक इवेंट कंपनी में उसे काम मिल गया. 1 वर्ष वहां काम करने के बाद उसे सूरत के होटल में रिसेप्शनिस्ट का काम मिल गया. वहीं उसकी पहचान सूफी से हुई.
सूफी ने उसे बताया कि मेरा भाई प्रवीण सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और दुबई में काम करता है. दोनों की वीडियो कॉल पर बातचीत हुई. प्रवीण ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसाया. शादी करने का विश्वास दिलाया. सूफी ने आर्थिक तंगी का हवाला देकर पीड़िता से 1.50 लाख रुपये लिए. जनवरी 2020 में दोनों लखनऊ चले गए. मार्च महीने में लॉकडाउन शुरु हो गया. पीड़िता ने सूफी से अपने पैसे वापस मांगे. सूफी ने पैसे देने से इंकार कर दिया. पीड़िता ने इस बारे में प्रवीण को बताया.
प्रवीण ने उसे एक होटल में जाकर रहने को कहा. 2 दिन बाद प्रवीण खुद होटल में पहुंचा. पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए और वीडियो रिकार्ड कर लिया. शादी के बारे में पूछने पर प्रवीण मुकर गया. अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने लगा. यूपी पुलिस मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती कहकर डराने लगा. पीड़िता ने युपी के एक पुलिसकर्मी को आपबीती सुनाई.
प्रवीण का नाम सुनते ही पुलिसकर्मी ने आपस में मामला सुलझाने की राय दी. बाद में युवती को पता चला कि प्रवीण और सूफी ने साजिश के तहत उसे फंसाया है. उसने कोराड़ी में रहने वाली अपनी सहेली को फोन कर मदद मांगी. सहेली ने कैब बुक करके उसे नागपुर बुला लिया. प्रवीण को इस बात की खबर लगते ही उसने पीड़िता का फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट हैक करके उसके अश्लील फोटो और वीडियो अपलोड कर दिए.
फीमेल एस्कॉर्ट साइट पर भी उसका फर्जी प्रोफाइल बना दिया. पीड़िता ने मामले की शिकायत कोराड़ी पुलिस से की. पुलिस ने विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया. घटना लखनऊ की होने के कारण पीड़िता को दस्तावेजों के साथ पुलिस सुरक्षा में लखनऊ भेजा गया.